Address of Sant Siyaram Baba
हम जिन संत के बारे में बात कर रहे हैं, वह सियाराम बाबा (Saint Siyaram Baba) के नाम से प्रसिद्ध हैं। बाबा मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में स्थित नर्मदा तट पर स्थित भट्याण आश्रम के संत हैं। उनकी उम्र को लेकर अलग-अलग अनुमान लगाए जाते हैं—कुछ लोग उन्हें 80 साल का मानते हैं, तो कुछ उनकी उम्र 130 साल बताते हैं। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी उम्र करीब 109 वर्ष हो सकती है।
सियाराम बाबा भगवान हनुमान के असीम भक्त हैं और उन्हें हमेशा रामचरित मानस का पाठ करते हुए देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि बाबा का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था और उन्होंने 7-8वीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त की थी।
कहा जाता है कि एक संत के संपर्क में आने के बाद बाबा ने वैराग्य अपनाने का संकल्प लिया और घर-परिवार छोड़कर हिमालय की ओर तपस्या करने के लिए निकल पड़े। हालांकि, उनके बाद के जीवन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है और यह पहलू काफी रहस्यमयी बना हुआ है।
सियाराम बाबा का दान और समाज सेवा
सियाराम बाबा (Saint Siyaram Baba) की एक खास बात यह है कि वह दान में सिर्फ़ 10 रुपये ही स्वीकार करते हैं। अगर कोई भक्त उनसे 10 रुपये से अधिक दान देने की कोशिश करता है, तो बाबा बाकी पैसे लौटा देते हैं। एक बार अर्जेंटीना और ऑस्ट्रिया से आए कुछ भक्तों ने बाबा के दर्शन किए और उन्हें 500 रुपये दान में दिए, लेकिन बाबा ने 10 रुपये लेकर बाकी के पैसे वापस लौटा दिए।
सियाराम बाबा समाज कल्याण के लिए भी सक्रिय रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाबा ने नर्मदा घाट की मरम्मत और बारिश से बचाव के लिए शेड निर्माण के लिए 2 करोड़ 57 लाख रुपये का दान दिया था। यह धनराशि आश्रम के डूब मुआवजे के रूप में प्राप्त हुई थी। इसके अलावा, एक निर्माणाधीन मंदिर के शिखर के निर्माण के लिए भी बाबा ने 5 लाख रुपये का दान दिया था।
सर्दी-गर्मी में केवल लंगोट पहनते हैं बाबा
सियाराम बाबा का जीवन अत्यंत साधारण और तपस्वी है। वह कड़ाके की ठंड, मूसलधार बारिश या भीषण गर्मी, हर मौसम में सिर्फ एक लंगोट पहनकर अपना जीवन व्यतीत करते हैं।