पहले से मौजूद थी भारी भीड़
दरअसल, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के मैहर आने का प्रोग्राम पहले से ही तय हो गया था और सोशल मीडिया से उनके कार्यक्रम के बारे में सबको पता चल गया था। लिहाज मैहर में लोकल पब्लिक पहले से मंदिर परिसर और ऊपर एकत्र हो गई थी कि उनकी एक झलक पाई जा सके। पहले तो बेकाबू भीड़ दर्शन के लिए जाने में ही रोड़ा बन रही थी, उसके बाद जब बागेश्वर बाबा वापस दर्शन करके आये तो भी पब्लिक उनके सामने आ गई। हालांकि सुरक्षा कर्मी तैनात थे पर सेल्फी लेने और पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दीदार करने वालो की भीड़ के सामने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम फेल होते नजर आए। हालांकि बाद में मैहर मंदिर के पुजारी पंडित पुनीत ने मोर्चा संभाला और दोबारा रोपवे में बिठाया और फिर रवाना हुए।
"मां वैष्णो देवी जैसी अनुभूति"
इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ये एक जाग्रत पीठ ही नहीं है, बल्कि हमारे बुंदेलखंड का गौरव है। मां शारदा यंहा साक्षात रूप में दिव्य स्वरूप में बिराजी हैं, जिनके दरबार मे माथा टेकने का अवसर हमे बड़े दिनों बाद मिला है। इनके दर्शन से माता वैष्णो देवी की अनुभति होती है, जैसे साक्षात वैष्णों माता के दरबार में आया हूं।
रद्द कर चुके हैं मैहर में विधायक की हनुमान कथा
बता दें कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को मई के महीने में ही मैहर आना था और यंहा 10 मई से बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी द्वारा आयोजित हनुमान कथा करनी थी। इसकी पूरी तैयारी हो चुकी थी, डोम भी लग चुका था पर एन वक्त पर पंडित शास्त्री ने कथा करने से मना कर दिया था। तब चर्चा थी कि उन पर सियासी प्रेसर आया है।