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Nimad Siyaram Baba

Nimad Siyaram Baba

Nimad Siyaram Baba

Nimad Siyaram Baba Health Update: निमाड़ के चमत्कारी संत के रूप में प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा के भक्त उनके स्वास्थ्य को लेकर गहरी चिंता में हैं। 117 वर्षीय बाबा को तेज बुखार और सांस लेने में कठिनाई के कारण पिछले तीन दिनों से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

फिलहाल बाबा सनावद के नाथूलाल मोरी अस्पताल में डॉक्टर्स की कड़ी निगरानी में हैं, जहां उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उनके इलाज में जुटे डॉ. सुभाष मोरी ने बताया कि 29 नवंबर को भर्ती होने के बाद बाबा सियाराम दो दिन तक बेहोश रहे थे। हालांकि, प्रारंभिक उपचार के बाद अब उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ है। सियाराम बाबा ने 10 वर्षों तक खड़े होकर तपस्या की है और साथ ही 12 वर्षों तक मौन व्रत रखा है।

बाबा सियाराम के अस्पताल में भर्ती होने की खबर अब उनके अनुयायियों के बीच तेजी से फैल चुकी है। इसके बाद अस्पताल के बाहर उनके समर्थन और प्रार्थना के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं। बाबा सियाराम का प्रभाव देशभर में फैला हुआ है, और लाखों भक्त नियमित रूप से उनके भट्याण आश्रम में दर्शन के लिए आते हैं। लोग विभिन्न राज्यों से इस पूज्य संत का आशीर्वाद लेने आते हैं, जिनकी शिक्षाओं और चमत्कारों ने कई लोगों के जीवन को बदलकर रख दिया है।

संत सियाराम अपनी चाय से जुड़ी एक अनोखी घटना के लिए प्रसिद्ध हैं। भक्तों का मानना है कि चाहे कितने भी लोग उनके दर्शन के लिए आएं, उनकी छोटी सी केतली में चाय कभी खत्म नहीं होती। इस चमत्कार ने उनके रहस्य को और भी गहरा किया है और पिछले कुछ वर्षों में उनके अनुयायियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बाबा सियाराम की विरासत करुणा और निस्वार्थता पर आधारित है। उनके कार्यों ने पूरे भारत में अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। फिलहाल, अस्पताल में उनके ठीक होने की प्रक्रिया जारी है और भक्त उनके शीघ्र स्वस्थ होने तथा अच्छे स्वास्थ्य में लौटने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

करोड़ों रुपये दान कर चुके बाबा सियाराम
नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले बाबा सियाराम ने धर्मशाला और मंदिरों के साथ-साथ नर्मदा नदी के लिए करोड़ों रुपये दान किए हैं। साथ ही, यह भी कहा जाता है कि वे किसी भी श्रद्धालु को 10 रुपये से ज्यादा का दान चढ़ाने नहीं देते। चाहे सर्दी हो, गर्मी या बरसात, बाबा के तन पर केवल एक लंगोट होती है, और वे इसके अलावा कुछ भी नहीं पहनते।

जानिए कौन हैं बाबा सियाराम?
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के नर्मदा तट पर स्थित भट्याण आश्रम में रहने वाले संत सियाराम बाबा भगवान हनुमान के परम भक्त हैं। वे नियमित रूप से रामायण और चरित्रमानस का पाठ करते हैं। बाबा का जन्म मुंबई में हुआ था और उन्होंने 7-8वीं क्लास तक पढ़ाई की है।

भक्तों के अनुसार, किसी संत के संपर्क में आने के बाद उनके मन में वैराग्य का विचार आया और उन्होंने घर त्यागकर तपस्या के लिए हिमालय की ओर रुख किया। हालांकि, उनके बाद के जीवन के बारे में जानकारी बहुत कम है, और यह भी एक रहस्य ही बना हुआ है।

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160 किलोमीटर तक अपनी चोटी से हनुमान रथ खींचते हुए ओरछा पहुंचेंगे बाबा। साथ में धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा पर एक अनोखा भक्त भी है।